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कितना सुन्दर है । ये लम्हाँ सासों मे मेरी ,महक के गुल खिले तेरी बाहों मे कितने साँवन चले । मुहोबत की रोहो मे दिवान जले। तेरी....... read more >>
चाहत ,ये मेरी झूठ बनी है। मुहोबत ,ये मैंरी झूठ बनी है। सरेआम, बदनाम हुई है। सरेआम चाहत मेरी.... आखो के आसू से , मेने दिल के पैगाम लखे ह read more >>
राम, नाम के पहरी , भगवाँ, भेष तुम्हारा है।।2 ओहो, ये देश तुम्हारा है।। राम...... तेरे जगाने से जन-जन ने माना है। राम आराघ्य को कण-कण ने माना read more >>
सामने ,बैठो मेरे प्रभुजी श्री राम अखण्ड़ ,भारत मे आज दिवाली है। ये अयोध्या नगरी, राम नाम के रंग मे फिर रंग ने वाली है। सामने आ read more >>
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