Pratibha Khadekar 06 Mar 2024 गीत प्यार-महोब्बत Writer pratibha Khadekar 7501 0 Hindi :: हिंदी
खता ये हुई हमसे मोहब्बत कर गये तुमसे इदायत होती नही है इरायत हो जाया करती है कोण कम्बक्त मांगता दीदार उनका जिंदगी भर अयसान फरामोश बन जाता उनका किस्मत मार देती है दीदार करवा के खता ये हुई हमसे मोहब्बत कर गये तुमसे जवानी नही थी न उम्र गले तुम गिर पडे मिलकर अयसान कर बैठे इनायत हमे तकदीर से न मिलती अंक्ष की धारा न बहती हवाओ में फिजाओ की न औकात होती जो पलट कर खिचे अपनी और खता ये हुई हमसे मोहब्बत कर गये तुमसे कुदरत की नैसर्गिक उत्पत्ती या भी सुख जाती बादल न बरसता तो मुमकीन नही कब चाहत इबादद बन जाये खाब कब जल कर राख बन जाये मिट्टी है ये जिस्म सबका यहा कितना भी कर ले गुरूर घुलना हैं इसी मिट्टी में हमें खता ये हुई हमसे मोहब्बत कर गये तुमसे