Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

आकाश अगम

आकाश अगम

आकाश अगम

@ aakash-agm
, Uttar Pradesh

जीवन की इस आपाधापी में बिखरती जा रही श्वांसो को समेटने की कश्मकश में भरभराते कंठ से गुनगुनाता एक लड़का, जिसे लगता है कि जिस दिन पूरी तरह से कवि हो जाएगा, मर जाएगा वो और जी उठेगी उसकी मनुष्यता!

  • Followers:
    1
  • Following:
    3
  • Total Articles:
    62
Share on:

My Articles

पूँछा घरवाली ने जो मैं बहुत देर से आया मुझे बताओ समय अधिक यह तुमने कहाँ लगाया मेरे मन में अगले पल एक ख़याल उभर आया जल्दी जल्दी मैंने उस read more >>
किसको अपना दुश्मन कर लूँ किसको अपना यार करूँ समझ नहीं आता है मेरे किसको कितना प्यार करूँ।। फ़ोन करो तो वो कहते हैं नालायक को काम नहीं read more >>
निखर गया हूँ किया जबसे प्यार इक तरफ़ा। वो ज़िन्दगी जो न रंगों की जानती थी महक जो रख सकी न तअल्लुक़ कभी सितारों से वो रोज़ रंग भरे ख़्वाब देख read more >>
अभी जाना है कितनी दूर। अभी तो छोड़ेंगे घर द्वार बने फुटपाथों पर परिवार करें संतुष्ट हृदय को हाय दूर से ही रोटियाँ निहार कई सारी हो जाय read more >>
जिंदा हूँ , तब तक छोड़ूँ मैं अपने कर्म की निशानी तन की भले चली जाए पर मन की जीवित रहे जवानी।। बाहों में इतना तो बल हो अंधे को कंधा मैं read more >>
Join Us: