Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

आकाश अगम

आकाश अगम

आकाश अगम

@ aakash-agm
, Uttar Pradesh

जीवन की इस आपाधापी में बिखरती जा रही श्वांसो को समेटने की कश्मकश में भरभराते कंठ से गुनगुनाता एक लड़का, जिसे लगता है कि जिस दिन पूरी तरह से कवि हो जाएगा, मर जाएगा वो और जी उठेगी उसकी मनुष्यता!

  • Followers:
    1
  • Following:
    3
  • Total Articles:
    62
Share on:

My Articles

मैं किसी रोज़ हार जाता हूँ बैठ कर गीत गुनगुनाता हूँ।। कल मेरे पास उसका फ़ोन आया ये मैं बातें फ़क़त बनाता हूँ।। लोग कहते हैं चुप रहो बेटा read more >>
ऐ मेरे दिल सुनो सिर्फ़ दिल ही रहो एक आघात से यूँ कहर मत बनो जो गिरा कर सिखाती नहीं कुछ मुझे एक आघात से वो डगर मत बनो। लोग तो ग़लतियाँ भूलत read more >>
Join Us: