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प्रेम की लौ से प्रियतम जला दीजिए

आकाश अगम 23 May 2023 गीत प्यार-महोब्बत #nehkipayle #akashagam #poetry #love 8084 0 Hindi :: हिंदी

इन हवाओं  से  मारे हुए  दीप   को
प्रेम की लौ से प्रियतम जला दीजिए
मेरी बेहोश आँखों को आँखों से ही
मुक्ति की कोई मदिरा पिला दीजिए।

नेह की   पायलें  जबसे  छूटीं प्रिये
मेरे पैरों की थिरकन खतम हो गई
जबसे नयनों ने मरुथल बिछाया मेरे
इस बगीचे  में  बरसात  कम हो गई
कामनाओं का तन जल उठेगा सनम
बूंद  दो  आंसुओं  की  बहा  दीजिए
इन हवाओं.........।

कोयलें गीत गा कर दुखी हो गईं
और तोते ने अमरूद खाए नहीं
उसको गलियों में रोता न कोई मिला
उसने भी फिर खिलौने दिखाए नहीं
थक चुका हूं मैं चल चल के मीलों बहुत
थपकियां  देके  मुझको   जगा   दीजिए
इन हवाओं.........।

जाने कितनी  परीक्षा  प्रतीक्षा  में हैं
और मैं हूं, जो परिणाम की चाह में
जाने कितने थपेड़े पड़े गाल पर
मंजिलें  ढूंढता हूं  भरी  राह  में
मेरी आवाज़ जाती नहीं आप तक
आप ही आपको अब बुला दीजिए
इन हवाओं.........।

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