Ajay Kumar Suraj 30 Mar 2023 आलेख हास्य-व्यंग चुनाव आ गया chunaav aa gaya 84352 0 Hindi :: हिंदी
चुनाव आ गया निगाहे प्यार के रंग में सराबोर है | कोई गरीब न हो जमाने से मारा संग खड़े बड़जोर है|| जागते में देखा है मैंने, स्वप्न सी एक दुनिया| हर जगह दिख रही है राम राज्य की खूबियाँ || तभी जगाया ओटर ने मुझे झकझोर कर उठो चुनाव आ गया || जो कभी जीतने के बाद सितम में सितमगर बने थे| लूट कर जनता को जनता जनार्दन से बाजीगर बने थे || कभी भी न देखने आये हालात,घर कैसे पकती है रोटियाँ| क्या हुआ है उस परिवार में क्यों खनकती नही चूड़ियाँ || आज बोलते है तुम डरो मत पहरेदार आ गया,मेरे भाई चुनाव आ गया|| निठल्ला घूमता था सड़को पर लोग आवारा कहने लगे | था न रोजगार ,हालत थे बुरे लोग गवारा कहने लगे || सोचा आ जाए कोई विज्ञप्ति धरना देने लगे | मांग की अधिकार की पुलिस की लाठिया खाने लगे || मिला पारीश्रमिक भर्तियो का रेला आ गया ,तब तक चुनाव आ गया || मजदूर थे,गरीब थे,बेगार थे तो सडको को ही आशियाना बना लिया | भूख से पीड़ित जग ने कितनी बालाओं के पाओं में घुंघरू पहना दिया|| दम तोड़ते भारत के कितने कर्णधार अस्पतालों को शमसान बना दिया | भूल गए सदियों जो गाँधी को, आज फिर उनका सिद्धांत याद आ गया|| चोले बदल गए है तन से ,शायद चुनाव आ गया || सोचो तुम भी कितने दुःख दर्द वर्षो से सहते आये हो | न हो ऐसी दीन दशा प्रहरी बन जन तुम आये हो|| जमीर जगाना अपना तुम लोकतंत्र की लाज बचाना है| संसद जैसे पुण्य मंदिर में देवतुल्य मानव पहुँचाना है || घन तिमिर का नाश करने को सूरज अम्बर पर छा गया | चल मतदाता मत देने को देश बचाने को ,चुनाव आ गया ||