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हर बेटी का गुरूर–पापा बिना कहे मेरी हर बात को वो समझ जाते थे
बिना कहे मेरी हर बात को वो समझ जाते थे, दिखाते नही कभी, पर मेरी परवाह खुद से ज्यादा वो कर जाते थे। कहते थे,हर बार स्ट्रांग तुम बनो, लेकिन
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किस्मत तेरा चमकते-रहे सदा ही यार
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प्यार अमर-हैं अजीब ये संयोग यह
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चंदा मामा की राखी-कितना प्यारा वंदन बन गया ये रक्षाबंधन
चंदा मामा की राखी कितना प्यारा वंदन बन गया ये रक्षाबंधन जन्मों का बंधन बन गया २..... जो कभी सपना था लोरीयों में आज वो चंदा मामा अपना बन
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हम हिंदुस्तानियों की पहचान है -हिंदी
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एक हसीन खुद्दार इंसान हूं मैं-मानवता का जागता प्रमाण हूं मैं
(गज़ल) एक हसीन खुद्दार इंसान हूं मैं, मानवता का जागता प्रमाण हूं मैं। जन्म जो धरा पर मैने लिया हूं, स्वर्ग की कमाना लिए गुमान हूं मैं।
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कविता : रोज कुछ नया लिखना पड़ता है
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 👌कविता : रोज कुछ नया लिखना पड़ता है👌 ☺️प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर.....करण सिंह☺️ 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 तकल
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घुटता दम हिन्दी का- हिंदी विषय को बनाए रखा है अब बच्चे अपनी चॉइस के अनुसार अपने विषय चुन सकते हैं
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मातृभाषा हिंदी-मां शब्द को बोलकर सीखा हिन्दी ज्ञान
* मातृभाषा हिंदी * मां शब्द को बोलकर सीखा हिन्दी ज्ञान अपनी मातृभाषा पर हमें बहुत अभिमान।। हिन्दी प्यारी भाषा है अभिव्यक्ति की खान
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चंद्रयान-चंद्रयान-3 अब इतिहास रचेगा
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जिंदगी एक तनहाई-तन्हाई के उन पलों को मैं कैसे भूल जाऊं
जिंदगी एक तन्हाई तन्हाई के उन पलों को मैं कैसे भूल जाऊं। जो मुझे अपनों के साथ रहते हुए भी अपनापन नहीं। मैं अपनों को अपनाते अपनाते हैं
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बेटी हूं-मैं इसलिए पराई हूं
बेटी बेटी हूं मैं इसलिए पराई हूं। एक बार सोचो जरा, एक बार सोचो जरा मैं क्या हुआ जो पराई हूं। मैं आप ही के अंश से आई हूं। क्यों दिया जन्म
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