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"यह कैसी रोटी बनाई हो!"इतना कहकर मोहन ने नाक सिकुड़ा।यह सुनकर उसकी मां निर्मला तो हैरान रह गई।दरअसल, मोहन को रोटी खाना पसंद नहीं था। उस � read more >>
शशिपुर गांव में भोलाराम नाम का एक पंडित अकेला रहता था। जो की नाम से ही नहीं काम से भी बोला था। गांव में कोई दूसरा पुजारी पूजा करता था। इ� read more >>
भाभी मां की कुछ दिन पहले ही मृत्यु हुई थी जो एक छोटे बच्चे को जन्म देकर ही गुजर चुकी थी। घर की सारी रसोई और लालन-पालन की जिम्मेदारी मेरी read more >>
इस कहानी और पात्र में किसी भी नारी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है। अपितु उनके ऊपर हो रहे हैं। अमानवीय व्यवहार( बाल विवाह, देहज, कुप्रथ read more >>
में अनार्थ आश्रम में चारपाई बेठा था। पास ही मेरे बुढ़ापे का साथी डंडा था। मैं अपने जीवन के बीते हुए दिनों के बारे में कुछ सोच रहा था। हा read more >>
बात करके फोन रखा और खुशी से सोफे पर चिंटू,चिंकी उछलने लगें। दरअसल दोनों बच्चे लंबे समय अंतराल के बाद अपने दादाजी के घर गाँव जा रहें थे इ read more >>
रावण जब मृत्यु शय्या पर था, तो उसने श्रीराम से एक बहुत ही अच्छी बात कही कि, मैं तुमसे हर मामले में बड़ा हूँ, उम्र में, बुद्धि में, बल में, � read more >>
आज के समय में हर व्यक्ति के मित्र होते है, आधुनिकता के इस दौर में पुरुष की महिला व महिला के पुरुष भी मित्र होते है। मिथुन अनुरागी की यह क� read more >>
दोस्त ? उसका नाम दिनेश था । स्नातक के तीसरे साल में उससे पहली बार कक्षा के बाहर मुलाकात हुई थी , 5.5 फुट का भरे बदन का लड़का चेहरे पर घनी मू� read more >>
[ शहर , शहर म्हंटल की प्रगती आणि चांगली लाईफ स्टाईल आपल्या चेहऱ्या समोर येते , पण प्रगतशील जीवना साठी किंव्हा चांगल्या लाईफ स्टाईल साठ� read more >>
यह कहानी सिर्फ कहानी नहीं आज की इश्क की सच्ची दास्तान है यह कहानी आज के समाज की हकीकत को बयां करती है। कहानी का उद्देश्य किसी भी समुदाय read more >>
ONCE UPON A TIME IN MUMBAI DOBARA wahan mera ek PATIYALA HOUSE tha. Ek din main itna tanha tanha lonely lonely baitha tha Tabhi achanak bell baji aur jab maine dekha to mere BROTHERS aur PADMAN jo ki mere dost the par jab andar aaye to dekha ek ladki bhi thi jiska NAAM SHABANA tha. Bahot saara GOLD pahni thi aur bilkul LAXMII ki tarah lag rahi thi read more >>
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