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गुज़रे-ए- परमानंद में 2025 तुम्हारा, गमों से- तू रहे दूर यह दुआ है हमारा, ये वक्त है तुम्हारा- कर ऐसा दुनिया हो तुझ जैसा, हरेक सांस में- read more >>
पुराना-पुराना सा मेरा हाल है लोग कह रहे आज नया साल है - त्रिशिका धरा read more >>
मेरे दर्द की वजह भी तू मेरे दर्द का मरहम भी तू धन्यवाद read more >>
मौत की सहनाई गूंजने लगी है हरतरफ शोर मचने लगी है कौन देखेगा कल का सवेरा ऐ भी किसी को मालूम नहीं है!!😔 धन्यवाद read more >>
तुम ढलती हुई दिसम्बर देख रही हो.. और मैं जागता हुआ जनवरी हुँ.. read more >>
जिम्मेदारी अब अपनी जिद्द में है..! और मैं सोया हुआ सुकून ढूंढ रहा हूँ...!! read more >>
मैंने तुम्हारें अभिमान का अभिनय देखा है..! अब तुम मेरे अनुभव का अनुमान देखना....!! read more >>
Gulab ko v pata hai khoobusurati kya hai wah wah wah per hum aaiyine ko dekhker v kehte hai hum kaise lag rahe hai Zara wo masum sa chehra Kuch kehta hai Mano koi BAAT hai Tere hi hai hum per aab koi BAAT nahi ____________________________________kya wo BAAT hai ya koi afsana Jo lafzo se kaha nahi per Dil me utar gaya sayad Kaho yahi tumhara Pyar read more >>
घनघोर हो रात प्रियतमा का हो साथ वश में तेरे हो जाऊ में प्रेम की आड में सिमट जाऊ तेरे हर एक अंग से पागल हुआ आज रहा हु में तेरे लाड में read more >>
नयन तेरे देख के कहूं तुझे नयनतारा प्रेम अपना उम्मेद दू तुम पे सारा का सारा पर कटाक्ष तुम्हारे इन नैनो के झेल नहीं पता हृदय हमारा read more >>
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