Disha Shah 01 May 2023 आलेख अन्य 7087 0 Hindi :: हिंदी
हर इंसान अलग है भगवान ने है इंसान को अलग बनाया है फिर भी इंसान दूसरे की तरह बनने की कोशिश करते है . यु कहे तो हर इंसान की सोच से लेकर , पहैनवा , रहेनें का तरीका , खाने का तरीका सब कुछ अलग है फिर भी इंसान जाने अंजाने में किसी के जैसा बनने की कोशिश करते है . आप जानवर से सिख लीजिए सिंह और हाथी दोनो ही अलग जानवर है जो काम सिंह कर सकता है वो काम हाथी नहीं कर सकता है . आप फल से सिख सकते है आम और नारंगी दोनो ही अलग है ,दोनो खती , मीठी होती है लेकिन दोनो अलग है दोनो ही अपने नाम से जानी जाती है . क्या आम , नारंगी बन सकती है और नारंगी आम बन सकती है ऐसा हो ही नहीं सकता क्यों की प्रकृति ने हम सब को अलग बनाया है फिर भी हम दूसरे की तरह बनने की कोशिश करते है है हम अपनी तुलना करते हैं किसी और के साथ , और हमें जज करने की भी आदत होती है मतलब की किसी के बारे में बिना सोचे समझे कुछ भी बोलने की आदत होती है और हम ये सोचते ही नहीं होते की हर इंसान अलग है . हर इंसान का पहेनावा अलग है तब कटपुतली बनने से क्या फायदा ? क्या फायदा दूसरे के जैसा बनने की इससे हमारा खुद से नाता टूट जाता है और हमारा आत्मविश्वास भी टूट जाता है इसीलिए हम जैसे भी है हमें खुद को स्वीकारना चाहिए ईश्वर ने हमें अलग बनाया है . हमें खुद का ओरिजिनल बनना चाहिए ना की डुप्लीकेट बनना चाहिए क्यों की डुप्लीकेट बनने से कोई भी फायदा नही है अब आप को खुश रहेना है , सुखी रहेना है कामयाब होना है तब आप जैसे हो उसको आप को स्वीकारना चाहिए और अपने अंदर जो भी खूबी है उसको मेहसूस करना चाहिए और जिंदगी में आगे बढ़ना चाहिए और ना तो तुलना करना है , ना जज करना है ना ही डुप्लीकेट बनना है बस हमें अपने आप को जानना है और आगे बढ़ना है .