सामाजिक छल - F-58
हूँ धन से गरीब, नहीं अन्न से गरीब, ना दिल से गरीब,
गरीबी मेरी का यूं मजाक ना कर II
हूँ हक हलाल का मालिक, दिल से जिया, खरी read more >>
हम अभ्यस्त हुए -59
शक्ति महिला, अरमान, फरमान, कर्ज दान ईमान
सब त्रस्त हुए,
रीत पुरानी, कुरीत जनानी, करें मन मानी,
हम अस्त - व्यस्त हुए,
चलत� read more >>
सीख- 33
ये दिल यूं ही मचलता जायेगा, शान्त रहना सीख,
मानव सेवा हुकम नम्रता की, ठंडा रहना सीख,
जमाना चलता आया, चलता रहेगा, साथ चलना सीख,
प्र� read more >>
जी-20 सम्मलेन-2023 (भारत)-35
आओ जी 20 सम्मलेन 2023 पर विचार नया,
आयाम नया दे जाएँ I
“वसुधैव कुटुंबकम” सभी हों मानवता के दास प्रेमी,
प्रेम भाव सभ read more >>
होली रंग -26
छोड़ घर शहर, होली मनाने गाँव चला था,
दिल पिचकारी बना , रंग लाल, पिचकारी मे, रक्त भरा था,
लिए अरमान होली खेलने के, मन मेरे, गुलाल read more >>
तलास
तलास मे तलाशता, वधू को संभालता, वर तलास को जा रहा हूँ
आ रहा हूँ, जा रहा हूँ , किसी को बुला, बता रहा हूँ,
पास मे पास को खोजने छुपे राज read more >>