सामाजिक छल - F-58
हूँ धन से गरीब, नहीं अन्न से गरीब, ना दिल से गरीब,
गरीबी मेरी का यूं मजाक ना कर II
हूँ हक हलाल का मालिक, दिल से जिया, खरी read more >>
जी-20 सम्मलेन-2023 (भारत)-35
आओ जी 20 सम्मलेन 2023 पर विचार नया,
आयाम नया दे जाएँ I
“वसुधैव कुटुंबकम” सभी हों मानवता के दास प्रेमी,
प्रेम भाव सभ read more >>
होली रंग -26
छोड़ घर शहर, होली मनाने गाँव चला था,
दिल पिचकारी बना , रंग लाल, पिचकारी मे, रक्त भरा था,
लिए अरमान होली खेलने के, मन मेरे, गुलाल read more >>
तलास
तलास मे तलाशता, वधू को संभालता, वर तलास को जा रहा हूँ
आ रहा हूँ, जा रहा हूँ , किसी को बुला, बता रहा हूँ,
पास मे पास को खोजने छुपे राज read more >>