सूखी हुई टहनी पर किसने...
ये सतरंगी फुल लगाया है!
जिसने भी इसको लगाया,
उसने बड़ा पुण्य कमाया है!!
जब तक सूखी पड़ी थी इस जमीन में,
तब तक इस� read more >>
हर शाम क्यूं छत से देखती हो...
कुछ कहना है तो कह दो ना!
अगर तुम्हें डर लगती है...
तो फिर चिट्ठी ही लिख कर देदो ना!!
जब भी तुम्हें देखा है मैं� read more >>