"सिर्फ-तुम"
"मैं कोशिश करता हूँ,तुमको खुद से अलग रखने की,पर इस मसरूफ़ियत भरी जिंदगी मे,एक वक्त ऐसा भी आता है,जिस वक्त सिर्फ-तुम याद आती हो read more >>
"नारी"
"इस धरा पर पुरुष प्रजाति ने इस धरा की हर वस्तु पर विजये हासिल की है,चाहे वो धन,सम्पति,शक्ति,ज्ञान या अधिपत्र क्यो न हो उसने इस धरा क read more >>
"सड़क"
"आज भी वो सड़क तुम्हारे और तुम्हारे घर का पता बताती है,
मगर अब दरवाजे और खिड़कीयां बंद नज़र आती हैं,
मैं जब कभी उस सड़क पर जाता हूँ read more >>