मुखड़ा- एकही हा बात के भाई बावे हमके खेद जी,
प्यार में काहे लोगवा करेला भेद जी,
केहू चाहे दिल ता केहू चाहे छेद जी,
प्यार में काहे लोगवा कर� read more >>
मुखड़ा- कटत नईखे दिन नाही कटा तारे रात हो,
टाफी से कईले रहे प्यार शुरुआत हो,
मगले रही नम्बर नाही पुछले रही जात हो,
टाफी से कईले रहे प्यार � read more >>
मुखड़ा- दर्द दिलवा में जब जब उठी सनम,
रातियों के ना आखिया सुती सनम,
जाके हमरा से दूर रहबु रुठी सनम,
रातियों के ना आखिया सुती सनम
अन्तरा-1 � read more >>