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Pradeep

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@ pardeeep
, Uttar Pradesh

ॐ बुद्धाय नमः

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मुखड़ा- एकही हा बात के भाई बावे हमके खेद जी, प्यार में काहे लोगवा करेला भेद जी, केहू चाहे दिल ता केहू चाहे छेद जी, प्यार में काहे लोगवा कर� read more >>
मुखड़ा- कटत नईखे दिन नाही कटा तारे रात हो, टाफी से कईले रहे प्यार शुरुआत हो, मगले रही नम्बर नाही पुछले रही जात हो, टाफी से कईले रहे प्यार � read more >>
मुखड़ा- दर्द दिलवा में जब जब उठी सनम, रातियों के ना आखिया सुती सनम, जाके हमरा से दूर रहबु रुठी सनम, रातियों के ना आखिया सुती सनम अन्तरा-1 � read more >>
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