आज मै टूट कर बिखर चुकी हू........ तुम्हारी वजह से
हाथ में चुभे कांटे निकल जाते है .........
सीने में चुभी तीर निकल जाते है........
लेकिन मन में चुभे read more >>
काश हम भी थोड़े , खुदगर्ज बन जाते
समय निकाल कर , अपने लिए भी थोड़ा - सा सोच लेते
जिन रिश्तों के लिए , खुद का वजुद ही भूल बैठे थे
वो एक पल के read more >>