ना कोई नसा , ना कोई लत
ना ही किसी से बैर......
करते वो खुद अपना काम
और साथ ही बटाते घर में हाथ......
देते सम्मान बेटियों को , कभी ना करते फर्क
जि� read more >>
आज मै टूट कर बिखर चुकी हू........ तुम्हारी वजह से
हाथ में चुभे कांटे निकल जाते है .........
सीने में चुभी तीर निकल जाते है........
लेकिन मन में चुभे read more >>
काश हम भी थोड़े , खुदगर्ज बन जाते
समय निकाल कर , अपने लिए भी थोड़ा - सा सोच लेते
जिन रिश्तों के लिए , खुद का वजुद ही भूल बैठे थे
वो एक पल के read more >>
एक पिता भले ही न जताए
कि उसे किसी के सपोर्ट की जरुरत नहीं है
पर एक उम्र आता है जब उनके कन्धे झूक जाते है
और , ये वही पल होता है जब उन्हें स� read more >>