संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत पाठक लोगों के लिए प्यार भरा पैगाम है। जो आपको रोमांचित भी करेगा और जीवन मे आपका भरपुर साथ भी निभाएगा। 11356 0 Hindi :: हिंदी
जो विधि लिखा लिलार है,समझ इसे तूं ईश। कर्म राह चलता रहूं, कृपा करे जगदीश।। जो विधि लिखा लिलार है,होना नहीं हताश। नेक इरादे रख सदा,खुशियां रहे अनाश।। जो विधि लिखा लिलार है,पूर्ण करेंगें आस। विधि का अटल विधान है,प्रभु का रहिए दास।। जो विधि लिखा लिलार है,उनको शुद्ध प्रणाम। करूं कठिन श्रम मन लगा,सफल करूं हर काम।। जो विधि लिखा लिलार है,करूं सदा स्वीकार। स्वच्छ भाव को मैं रखूं,ले लूं सब अधिकार।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....