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प्रेम हर मन के तम को मिटाया करे

Pooja Singh 30 Mar 2023 गीत धार्मिक #प्रेम हर मन के तम को मिटाया करे# पूजा के गीत# पूजा की गजलें #पूजा सिंह पूजा #याहू# गूगल# बिंग #Google#Yahoo#Bing 10576 0 Hindi :: हिंदी

प्रेम हर मन के तम को मिटाया करे।
राहे दुनिया की सच्ची दिखाया करे।

प्रेम रोना नहीं प्रेम हंसना नहीं।
प्रेम है किसी नजरों में जंचना नहीं ।प्रेम हर मन को ऐसे रिझाया करे।
राहे दुनिया की सच्ची दिखाया करे।

प्रेम राधा नहीं प्रेम सीता नहीं।
प्रेम रामायण और प्रेम गीता नहीं।
प्रेम जो अंतर्मन को जगाया करे।
राहे दुनिया की सच्ची दिखाया करे।

प्रेम रूठे नहीं प्रेम झूठे नहीं।
प्रेम की रस्सियां कभी टूटे नहीं।
प्रेम ममता का सागर बहाया करे। राहे दुनिया की सच्ची दिखाया करे।

प्रेम यमुना नहीं प्रेम गंगा नहीं।
प्रेम सरयू नहीं प्रेम दंगा नहीं।
प्रेम सागर सा जिसमें समाया करे।
राहे दुनिया की सच्ची दिखाया करे।

प्रेम मंदिर नहीं प्रेम नहीं मस्जिद नहीं।
प्रेम हिंदू नहीं प्रेम मुस्लिम नहीं।
प्रेम समता की नदियां नहाया करे। राहे दुनिया की सच्ची दिखाया करे।

प्रेम श्रद्धा नहीं प्रेम पूजा नहीं।
'पूजा'हो प्रेम इक से हो दूजा नहीं। प्रेम वो इष्ट में जो रमाया करे।
राहे दुनिया की सच्ची दिखाया करे।

स्वरचित
 लेखिका- पूजा सिंह "पूजा"

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