संदीप कुमार सिंह 22 May 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 5277 0 Hindi :: हिंदी
धीरे धीरे हो रहा,ऋतु में खास सुधार। त्याग रहो आलस्य को, हो अनुपम किरदार।। हो अनुपम किरदार,करे संसार प्रसंशा। बढ़ते आगे आप,पूर्ण होगी सब मंशा।। रहते सदा बुलंद,नजर में सबके हीरे। करते भला समाज,क्रोध को रखिए धीरे।। संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....