संदीप कुमार सिंह 22 Apr 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाजिक हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 6290 0 Hindi :: हिंदी
सबकी नींद हराम, रोग कोविड फिर आया। जीना है दुश्वार,महा संकट फिर छाया।। हिम्मत भरा जवाब,सभी दें तो यह भागे। रहें नियम के साथ, तभी जीवन हो आगे।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....