Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

खुश हूं जिंदा हूं पापा-तेरे घोंसले की परिंदा हूं पापा

Jyoti yadav 23 Jul 2023 शायरी अन्य तेरे घोसले की परिंदा हूं पापा 9016 0 Hindi :: हिंदी

✍️ तेरे घोंसले 🌹की परिंदा हूं🌻 पापा

 खुश हूं और 🤗जिंदा हूं पापा

फिकर 🥀मत करिए💐 हमारी♥️

हांरुगी 💯नहीं जितने में 🌹चुनिंदा हूं पापा 🙏




ज्योति यादव के कलम से ✍️💓💓

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

मेरे नजर के सामने तुम्हारे जैसे बहुत है यहीं एक तू ही हो , मोहब्बत करने के लिए यह जरूरी तो नहीं read more >>
मीठी-मीठी यादों को दिल मैं बसा लेना जब आऐ हमारी याद रोना मत हँस कर हमें अपने सपनों मैं बुला लेना read more >>
Join Us: