संदीप कुमार सिंह 30 May 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाज हित में है।जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगे। 6324 0 Hindi :: हिंदी
पाता है सम्मान वह,जिनका नेक विचार। जिन से सब नित खुश रहे, देते सब अधिकार।। पाता है सम्मान वह,पूर्ण करे जो फर्ज । सुरभित कर परिवार को,बने नहीं वह हर्ज।। पाता है सम्मान वह,अनुशासन मय पूत। वही चमकता विश्व में,बने प्रेम का सूत।। पाता है सम्मान वह,देते कभी न ठेस। ज्ञानवान बन कर रहे,जीते तब हर रेस।। पाता है सम्मान वह,दुख में दे जो साथ। रहे लोभ से दूर वह,रखे आस मय हाथ।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....