उत्तम हो स्वास्थ्य::
बीमारी, हादसा, नशाखोरी और बुढ़ापे में अक्सर लोग डिमंेशिया अर्थात भूलने की मानसिक बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं। भूलने की बीमारी का इलाज दिमाग को दुरुस्त कर किया जा सकता है। दिमाग का यह दुरुस्तीकरण तेज चाल चलने, सायकिल चलाने, शारीरिक व्यायाम, प्राणायाम और योग से संभव है।
इंग्लैंड में करीब 7000 लोगों पर तीन साल से किए गए स्टडी से पता चला है कि बीमारी, हादसा, नशाखोरी और बुढ़ापे की वजह से उनका दिमाग काम करना बंद कर देता है। वह सिकुड़ जाता है।
शोधकर्ताओं ने जब उक्त लोगों के दिमाग के सफेद हिस्से (वह हिस्सा, जिससे पूरे सिर में किसी संदेश को पहुंचाया जाता है) की जांच की, तो पता चला कि शारीरिक रूप से सक्रिय लोगों के दिमाग को बहुत कम नुकसान पहुंचा है।
जबकि शारीरिक रूप से कम क्रियाशील लोगों के दिमाग में ज्यादा क्षति हुई है। दरअसल, कसरत से शरीर में खून का संचालन सही रहता है। इसी वजह से ही दिमाग को आक्सीजन और दूसरे पोषक तत्व मिलते रहते हैं, जो दिमागी क्षति की पूर्ति करते हैं।
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