Poonam Mishra 30 Mar 2023 आलेख समाजिक समय के अभाव पर एक लेख 30439 0 Hindi :: हिंदी
मुझे किताबें पढ़ने का बहुत शौक है बहुत सी किताबे मैंने खरीद रखी हैं जिन्हें मै अपने अलमीरा में सजा कर रखे हैं परंतु इन किताबों को पढ़ने का मौका ही नहीं मिलता यानी समय की कमी मैं पूरे दिन इसी सोच में लगी रहती है कि कल से मैं इन किताबों को जरूर पढूगी दूसरे दिन मैं प्लान बनाती हूं कि कल से मुझे योगा करना है एक्सरसाइज करना है वॉक पर जाना है । परंतु मेरे पास समय की कमी हो जाती है ।दिन भर घर के कामों से यह मुझे अवकाश नहीं मिलता कि मैं अपने इन सब शौक को पूरा कर सकूं ।कभी-कभी सोचती हूं कि अपने पुराने दोस्तों से मिल लूं ना मिल सको तो फोन पर ही हालचाल ले लु परंतु समय का अभाव कभी मन होता है कि मैं छत पर जाऊ और बहुत देर तक बैठकर आसमान में चांद सितारों को देखू क्योंकि मुझे खुले आकाश में देखना बहुत अच्छा लगता है । परंतु यहां भी मेरे समय का अभाव आज मैं यह सोचती हूं कि अगर हर जगह हर छोटी-छोटी खुशियों को पाने के लिए मेरे पास समय का अभाव मिलता है या यूं कहे की मेरे पास टाइम ही नहीं है आज हम इस लेख के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि कहीं गुम हो गया है यह समय मेरा आज हम उस समय को खोज कर निकालते हैं ।वह समय कहां मिलेगा और कैसे मिलेगा कब मिलेगा इसका हल हम खोजते हैं। धन्यवाद स्वरचित लेखिका पूनम मिश्रा