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नीर अनिल-पेट अनल तब शांत हो

संदीप कुमार सिंह 11 May 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 4121 0 Hindi :: हिंदी

पेट अनल तब शांत हो,सेवन करिए नीर।
रहता तन मन स्वस्थ है,भोजन में लें खीर।।

शीतल अनिल बहार दे, मन में सुन्दर सोच।
करता भला समाज का,वाणी में दे लोच।।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप कुमार सिंह✍🏼
जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)
बिहार

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