Pratibha Khadekar 11 Apr 2024 गीत दुःखद Writer pratibha Khadekar 1260 0 Hindi :: हिंदी
आज पल पल हर पग आशा ओका उजाला हो.. हर भ्रमण अंधेरो का न चिन्ह हो, किसी भी पग पृष्ठ न लगा हो सोच में न हो निष्ठा, मन में न कोई दंद न संख्या हो,, विरोध में किसी के न हो महत्व आज पल पल हर पग आशा ओका उजाला हो... भाग्य की कसोटी हर समय न हो समक्ष सत्य को स्विकार करने के अलावा जिवन में कोई और न हो विकल्प जिस आंधी से पुस्ती हो,, वे न हो अमर्यादीत... प्रेम की मर्यादा का भुकतान न हो अपूर्ण आज पल पल हर पग आशा ओका उजाला हो.. विकल्प प्रयास क्यो जब इच्छा नुसार न हो जिवन विधी का विधान पहले से ही लिखा हैं,, फिर क्यो न हो अहंकार मूर्ख ता का प्रमाण स्वयं हो,, वे दर्पण न हो आज पल पल हर पग आशा ओका उजाला हो.... प्रतिभा खडेकार 7517947668