संदीप कुमार सिंह 30 May 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगे 6181 0 Hindi :: हिंदी
भला करे भगवान तब,जब मन में हो प्यार। जीवन यापन में सदा,रहता है उदगार।। भला करे भगवान तब,करें सदा उपकार। पीड़ित का सहयोग कर, जीवन हो गुलजार।। भला करे भगवान तब,जब निर्मल हो बुद्धि। दया भाव को हम रखें,रहे हृदय में शुद्धि।। भला करे भगवान तब,रखें इरादा नेक। सदा करें कद्र जीव का,आफत में हो टेक।। भला करे भगवान तब,करिए धर्म प्रचार। करिए नाश अधर्म का,रखें सरल व्यवहार।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....