संदीप कुमार सिंह 26 May 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 8219 0 Hindi :: हिंदी
समय समय का फेर है, सुख दुख का है मेल। करते हम सब सामना,पाते सदा उलेल।। समय समय का फेर है,जीवन कर्म प्रधान। कर्म राह पर चल सदा,सुरभित होगी जान।। समय समय का फेर है,जीवन भर है काम। पाते सुख विज्ञान से,आलोकित हो नाम।। समय समय का फेर है,चाहत रखे जवान। हर बाधा को पार कर,पा लें अद्भुत आन।। समय समय का फेर है,मेरी नूतन आस। रखती मुझको खुश सदा, खुशियाँ देती खास।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....