Samar Singh 30 May 2023 गीत दुःखद मुहब्बत के अँधियारे में चाहत का जुगनू ही काफी है। 6771 0 Hindi :: हिंदी
एक जुगनू चला शमां जलाने, मुहब्बत के रंग से जहाँ सजाने। इसे न रोको ऐ! दुनियाँ वालों मुहब्बत पे मिटने वाले है ये प्रेम दीवाने।। अब न सूरज चमकेगा, न ये चाँद चमकेगा। न ये सितारे चमकेंगे, सिर्फ चाहत के शोले दहकेंगे। लिखे जायेंगे ये इश्क के अफसाने, मुहब्बत पे मिटने वाले है ये प्रेम दीवाने। फिर इन राहों में न कोई रंजिश होगी, न मुहब्बत में कोई बंदिश होगी। बस चाहतों की एक साजिश होगी, जल जाए इक लौ, यहीं कोशिश होगी। नहीं छुपेंगे उजाले बनके बेगाने, मुहब्बत पे मिटने वाले है ये प्रेम दीवाने।। रचनाकार - समर सिंह " समीर G "