Krishan Kajla 30 Mar 2023 गीत धार्मिक गोरखनाथ गोरख 11462 0 Hindi :: हिंदी
मोटी मोटी आंख कटीली रूप निराला से 🌹🌹 जूली चिमटा लिए नाथ बागों में आर्या से 🌹🌹 सूरज चंदा जो मुख चमके फैल रहा उजाला है शीश गंग माथे पर चंदा देखे साथ निराला है लंबी जटा से सजी हुई यो भस्म रमारा से 🌹 जोली चिमटा लिए नाथ 🌹🌹🌹🌹 सीधा-साधा नहीं रानी हो बाबा से वरदानी है सुखा बाग हरा हो गया बिन माली बिन पानी है काली कोयल बोल रही हो रंग सा छा रा से 🌹 जूली चिमटा लिए नाथ 🌹🌹🌹🌹 सेवा करके झोली भर ले गोदी लाल खिलाइए है शंकर का अवतारी बाबा मनवांछित फल पाइए है गुरु गोरख से नाम साद का सबसे न्यारा से 🌹 जूली चिमटा लिए नाथ 🌹🌹🌹🌹💐 धर्म गुरु गोरख का चेला तेरे दर पर आया है दर्शन करके पार उतरले जागे भाग सवाया है गंगा जैसा पार्क पवित्र मन पर छाया से जूली चिमटा लिए नाथ बागों में आ रहा है मोटी मोटी आंख कटीली रूप निराला से जूली चिमटा लिए नाथ बागों में आरा से 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 ढोली चिमटा लिए नाथ 🌹🌹🌹🌹💐