Raj Ashok 27 Jan 2024 गीत प्यार-महोब्बत सावन 7281 0 Hindi :: हिंदी
कितना सुन्दर है । ये लम्हाँ सासों मे मेरी ,महक के गुल खिले तेरी बाहों मे कितने साँवन चले । मुहोबत की रोहो मे दिवान जले। तेरी..........। पास बैठा कर, तेरी सुरत पे मयूर पंख लखे बना के तुझे अपनी साखी तेरे सहारे चले। । कितना...... सासों....... जमाने कि बातो से यू भटक के नजरे क्यों ,तुम से हटा ले जब जिन्दगी ही हो तुम कितना..... सासों......