shivam ratna verma 08 Apr 2023 आलेख अन्य मेरी हवाई यात्रा 7843 0 Hindi :: हिंदी
मेरी हवाई यात्रा उस वक्त 11वीं की परीक्षा दे चुका था। हम लोग अहमदाबाद के विजय नगर कॉलोनी में रहते थे। मैं अहमदाबाद के एक मशहूर ईसाई कॉलेज, सेंट मैरी इंटर कॉलेज में पढ़ता था, ईसाई कॉलेज में हमारे फादर मतलब (प्रिंसिपल) ब्रिटेन के रहने वाले थे वो अक्सर अपने संबोधन में ब्रिटेन की संपन्नता तथा आधुनिकता का जिक्र करते थे। बचपन से मेरी शिक्षा सेंट मैरी इंटर कॉलेज में हुईं थी तो मेरा मन ब्रिटेन घूमने को बचपन से था। और वहां के लोगो से मिलने का उनके साथ पढ़ने का सपना था। कहे तो बड़े होकर ब्रिटेन के किसी बड़े कॉलेज या यूनिवर्सिटी में पढ़ना चाहता था। मेरे पापा अहमदाबाद मेडिकल कॉलेज में HOD थे मेरे 11th के एग्जाम हुए पाँच दिन हो गए थे। कि एक दिन शाम को मम्मी ने बताया कि पापा 6 दिन बाद अपने किसी मेडिकल के काम से मेडिकल कॉलेज के कुछ टीचर्स और पापा ब्रिटेन जायेंगे, यह सुन मुझे बहुत खुशी हुई शायद मुझे भी पापा जी के साथ ब्रिटेन घूमने का मौका मिल जाए। मेने मम्मी से कहा, मम्मी मुझे भी पापा के साथ ब्रिटेन घूमने जाना है, एग्जाम तो हो ही चुके है तो मूझे भी पापा के साथ ब्रिटेन ले जाने की बाद करना । मम्मी से जिद्द करने पर वो मान गईं, और बोली ठीक है पापा से बात करूंगी। शाम को पापा आए, डिनर तैयार था सभी लोग डायनिंग टेबल पर खाना खाने लगे, मेने मम्मा से इशारा किया, वो पापा से मेरी भी ब्रिटेन जाने की बात करें। मम्मा ने पापा जी से कहा – सुनिए आर्यन के एग्जाम हो गए है और छुट्टियां हो गईं है आर्यन आपके साथ ब्रिटेन जाना चाहता है , पापा ने कहा हम लोग तो मेडीकल कालेज के काम से वहां जा रहे हैं, आर्यन वहां जाकर क्या करेगा। ?? मेने पापा से कहा , पापा में भी आपके साथ चलूंगा। पापा आखिर मेरे बहुत जिद्द करने पर मान गए। पापा ने अपने किसी जान पहचान वाले दोस्त को मेरा बीजा और पासपोर्ट बनाने के बारे में बोल दिया मेरा बीजा बन गया। मैं बहुत खुश था, मेने पापा से कहा पापा जी एक और चीज चाहिए थी , पापा बोले क्या चाहिए ?? मेने बोला एक स्मार्ट फोन चाहिए है जिसका कैमरा अच्छा हो फ़ोटो एकदम क्लियर आये। पापा बोले क्यों चाहिए, मेने कहा फोटो खींच कर लाना है अपनी भी और आपकी भी पापा ने कहा कल तो मुझे कॉलेज में जरूरी काम है, तो परसों तुम्हे मोबाइल दिलवा दूंगा। अब क्या मेने भी पूरी तैयारी कर ली । अपने कपड़े, जूते -चप्पल सब कुछ पैक कर लिया और मेरा स्मार्ट फोन भी पापा ने दिलवा दिया। अब बस इंतजार था , आसमान में उड़ने का , बीच में इंतजार का एक दिन था । ये एक दिन भी बीत गया। मैं और पापा, उनके टीचर्स फ्रैंड्स सरदार बल्लवभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे, हमारी फ्लाइट शाम 7 बजे थी। हम लोग लगभग 40 मिनट पहले ही पहुंच गए थे। थोड़ी देर बाद फ्लाइट का एलाउंसमेंट होने लगा और हम लोग जाकर प्लैन में बैठ गए। उस दिन में फ्लाइट में पहली बार बैठा था , तो बहुत उत्साहित था और बहुत अच्छा लग रहा था । उस दिन में बहुत खुश था। मेरी सीट के बगल में एक लड़की बैठी थी , ब्रिटिश लग रही थी बहुत गोरी थी मेने इंग्लिश में पूंछा- do you know hindi?? (क्या तुम हिंदी जानती हो?) वो बोली -no i don't know hindi , I know English .(नहीं मुझे हिंदी नहीं आती, इंग्लिश आती है।) मेने उसका नाम पूंछा what is your name) उसने बताया my name is jenny (मेरा नाम जैनी है) , उसका नाम जैनी था उसने अपने बारे में बताया वो ब्रिटेन में कहां रहती है, अहमदाबाद क्यों आई थी , उसने बताया उसके मम्मी पापा भी साथ थे। मेने उसकी इंस्टाग्राम ID पूंछी, उसने बताया जैनी स्टेफिन , अब हम दोनो इंस्टाग्राम पर भी फ्रैंड् बन गए थे । हमारी फ्लाइट रात 2 बजे लंदन में लैंडिंग हुईं । मेरी फ्लाइट वाली दोस्त साथ में ही थी मेरी दोस्ती के साथ साथ मेरे पापा और उसके पापा की जान पहचान हो गई थी। जैनी से मिलकर बहुत अच्छा लगा था आज भी कभी कबार उससे इंस्टाग्राम पर बात हो जाती है।