संदीप कुमार सिंह 08 May 2023 आलेख समाजिक मेरा यह आलेख समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 6177 0 Hindi :: हिंदी
उदारीकरण भूमंडलीकरण का आर्थिक तत्व है। यह एक प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत एक अत्यंत नियंत्रित अर्थव्यवस्था खुली दिखने वाली व्यवस्था के रूप में परिवर्तित हो जाती है। भारत एक बड़ा बाजार है और इसमें सभी प्रकार के अवराधों को समाप्त किया जा रहा है। अब बाजार विदेशी सामान के लिए खुला हुआ है। सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में न केवल विनिवेश प्रारंभ हो गया है बल्कि कई निगमों को निजी क्षेत्रों को बेच दिया गया है। भारत में उदारीकरण के दस वर्षों में विकास दर संतोषजनक रही है। मुद्रास्फीति को नियंत्रित कर दिया गया है। अब उद्योगों को सुरक्षा प्राप्त नहीं है। सूचना तकनीक के क्षेत्र में भारत आगे बढ़ा है। आने वाले वर्षों में सूचना तकनीक से संबंधित सेवाओं से अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा मिल सकता है। उदारीकरण की नीति अपनाई जा रही है, परंतु समस्याएं बढ़ी हैं। भारत के 26 प्रतिशत लोग आज भी गरीबी रेखा के नीचे हैं। रोजगार की स्तिथि गंभीर बनी हुई है। नौकरियाँ घट रही हैं। स्वैच्छिक सेवानिवृति योजना द्वारा लाखों लोग अलग हटा दिए गए हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था पर्याप्त रोजगार देने की स्तिथि में नहीं है। पूर्ण रोजगार, संपूर्ण साक्षरता, प्राथमिक शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और सभी नागरिकों के जीवन स्तर की गुणवत्ता में सुधार जैसी चुनौती भरे कार्यों को पूरा करना बाकी है। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....