Danendra 30 Mar 2023 शायरी समाजिक 71641 0 Hindi :: हिंदी
अकड़ तोड़नी है उन मंजिलों की जिन्हे अपनी उचाई पर घमंड है। हम भी हार मान लेने वालो मे से नहीं है। उस मंजिल के घमंड से भी दबंग है।
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