Samar Singh 30 May 2023 गीत दुःखद जिसका दिल टूट गया हो, मुहब्बत बिखर गयी हो, उससे उसकी हालत पूछो। 5104 0 Hindi :: हिंदी
उससे पूछो क्या होती है दिल की चाहत, लुट गया हो जिसके मुहब्बत का सियासत। बदल जाती है हवा, बे नूर सी हो जाती है जिंदगी, फरियाद चलती रहती है, काम नहीं आती बन्दगी, जर्रे- जर्रे से आती है लहर, ढूँढते है दीवाने इस गली से उस गली। मौत आये चाहे न आये, कुछ पता चलता नहीं कब शाम ढली। बरसात फीकी पड़ जाती है, आँखों में इस कदर आँसुओं की धार चलती है। लमहे ठहरे रह जाते हैं, जिंदगी आगे बढ़ जाती है, इस रफ्तार चलती है। क्या कहूँ, क्या होती है हालत, खुश होते लेके ये आफत। न कोई दवा न दुआ ला सकती है राहत, करते है अपनी जिंदगी से बढ़के मुहब्बत की हिफाजत। लब न आती है कोई शिकायत, उससे पूछो क्या होती है दिल की चाहत, लुट गया हो जिसके मुहब्बत का सियासत।। रचनाकार - समर सिंह " समीर G "