Samar Singh 04 May 2023 गीत दुःखद जब रंग बदलने वाले दोस्त और मुहब्बत मिल जाए तो वो हमेशा नये की फिराक में रहते है। 7710 0 Hindi :: हिंदी
गली के गँवार आशिक दिवाने हो गए, अब हमसे क्या आपका मतलब रहेगा, हम तो दोस्त आपके पुराने हो गए।। पहले मेरी हाँ से महफिल सजा करते थे, मेरी आवाज से, शहनाई बजा करते थे। मुकद्दर भी मेरा ऐसा मेरे चाहने वाले, मुझसे बेगाने हो गए,। हम तो दोस्त आपके पुराने हो गए।। तब कहा करते थे, मेरे दिल में, आपके लिए खास जगह है। आपके दीदार से, मेरी सुबह है। अब कैसे वो अनजाने हो गए, । हम तो दोस्त आपके पुराने हो गए।। रचनाकार- समर सिंह " समीर G "