संदीप कुमार सिंह 22 Jun 2023 गीत प्यार-महोब्बत मेरा यह गीत समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 5199 0 Hindi :: हिंदी
(दोहा छंद) यूं ही हृदय उदास है, दिल में है जो दर्द। किसे कहूं अब यार मैं, मौसम भी है सर्द।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवडा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....