हरवंश हृदय 24 Jun 2023 शायरी प्यार-महोब्बत #हरवंश_हृदय 22971 2 5 Other :: Other
झर-झर बरसे नयन हमारे ज्यूँ झर-झर बदरा बरसे रे पिया मिलन को आतुर अंखियाँ, हाय रे ! कब से तरसे रे दरद जिया का सह नहिं जाए, सुध बुध तन बिसराई बैरन भई बयार उड़ाती चूनर मेरे सर से रे ✍️ हरवंश ‘हृदय’