Phool Jahan 30 Mar 2023 शायरी धार्मिक 7377 0 Hindi :: हिंदी
मेरे दिल में तो यूं जीने कि हसरत न थी मैंने ख्वाब में जब मदीने का दिदार किया सारी बातों ने मुझे खुदा कि तरफ खींच लिया और नमाज़ो का मुझे फिर से तलबगार किया
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मेरे सारे आरटिकल पब्लिश हो mere certificate per mera naa...