Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

काश कही ऐसा होता

Swami Ganganiya 27 Feb 2024 शायरी अन्य 2329 0 Hindi :: हिंदी

काश कहीं ऐसा होता।
सोचा जो मैंने, काश कभी वह पूरा होता।
हे जो आसमान में चमकता अधूरा चांँद 
काश वह चमकता पूरा होता।
धरती से दूर है, जो लाखों तारे 
उन सब पर भी, हमारा आना जाना होता।
हे स्थिर जो पेड़ पौधे 
एक स्थान से दूसरे स्थान पर, उनका भी आना-जाना होता।
देखा जो ख्वाब हमने, काश कभी वह सच होता।
हर रोज उदय होता है जो सूर्य, ना कभी वो अस्त होता। 
देखना होता अंधियारा खुली आँखों से 
कहीं दूर, दूसरे ग्रह पर हमें जाना होता।
काश कहीं ऐसा होता 
सोचा जो मैंने, काश कभी वह पूरा होता।

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

मेरे नजर के सामने तुम्हारे जैसे बहुत है यहीं एक तू ही हो , मोहब्बत करने के लिए यह जरूरी तो नहीं read more >>
मीठी-मीठी यादों को दिल मैं बसा लेना जब आऐ हमारी याद रोना मत हँस कर हमें अपने सपनों मैं बुला लेना read more >>
Join Us: