सत्य नारायण गुप्ता 15 Jun 2023 कविताएँ अन्य 8170 0 Hindi :: हिंदी
सत्य चला विजय की ओर, लगा ले चाहे जितना भी जोर! मंदिर मस्जिद चर्च एवं गुरुद्वारा, सब मिलकर देगा साथ तुम्हारा! चाहे उठे लाख बवंडर और तूफान, तेरा काम हो जाएगा आसान! पूरब पश्चिम उत्तर एवं दक्षिण, सब और दिखेगा विजय का सीन! रास्ते चाहे जितना भी हो कठिन, झूठ हमेशा रहेगा सच के अधीन! सत्य से झूठ रहेगा हजारों कोसों दूर, विजयी भव: सत्य का होगा जरूर! सच्चाई है कार्य का मूल आधार, सत्य पर केंद्रित है कार्य का विस्तार! सत्य पर लगा ले लाख पहरेदारी, जनता अवश्य दिखाएगी अपनी समझदारी! सत्य चला है विजय की ओर, लगा ले चाहे जितना भी जोर! इति शुभम्! जय हिंद!