Shiv Kishore 30 May 2023 शायरी दुःखद कैसी किस्मत लेकर आए, छल, मरघट, बचपन ,मोड़, 6361 0 Hindi :: हिंदी
लगता है बचपन में हम कुछ ऐसे ही पले गए ,कैसी किस्मत लेकर आए जो ऐसे मनचले भए , हम छले गए यारों ऐसी मोड़ पर___ जहां से रास्ते मरघट तरफ चमचमाते चले गए । _ _ _ शिव किशोर