Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

Shiv Kishore

Shiv Kishore

Shiv Kishore

@ shiv-kishore
, Uttarpradesh

मैं शायर तो नहीं पर शायरी जरूर लिखता हूं , कम से कम साल में एक डायरी जरूर लिखता हूं ! मैं कवि तो नहीं पर कविता जरूर लिखता हूं , मैं अपने दिल पर उसका नाम नमिता जरूर लिखता हूं ! मैं कहानी कार तो नहीं पर कहानी जरूर लिखता हूं , मैं सूखी रेत पर पानी जरूर लिखता हूं ! मैं गीत कार तो नहीं पर गीत जरूर लिखता हूं , मैं संगीत की धुन पर प्रीत जरूर लिखता हूं ! मैं गज़ल कार तो नहीं पर गज़ल जरूर लिखता हूं , मैं गज़ल में आंखों को सजल जरूर लिखता हूं ! My name is Shiv kishore Iam a 33 Year old photographer , Rachna kar , Feonnaa harbal Asosiyet Vill --Akarra rasoolpur , Post --Dadraul Shahjahanpur Uttar Pradesh India Pin 242001 , Wh.& Mo.no-6388630922

  • Followers:
    2
  • Following:
    4
  • Total Articles:
    115
Share on:

My Articles

जिंदगी बता कि हम लाए क्या थे । हमें कुछ याद नहीं हमारी उम्र छोटी थी ।। read more >>
गर, हम तुमसे न मिले होते न शिकवे होते न गिले होते दूर होती मेरी परछाई भी काश, तुमसे न दिल मिले होते न सिल सिले होते। read more >>
मेरे हरे ज़ख्मों को कुरेदते क्यों हो , वह ज़ख्मी हैं उन्हें उधेड़ते क्यों हो , जब तुम्हें नहीं रखना रिश्ता मुझसे कोई---- फिर उस रिश्ते का read more >>
तेरे बिन जिया जाए ना घूंट ग़म का पिया जाए ना तेरे सिवा और किसी का_ नाम जुवां पर आए ना । _ शिव किशोर,शाहजहांपुर,यूपी । read more >>
जो गुजर गया ज़माना उसे सामने न लाइए , नई पीढ़ी को पुरानी तस्वीर न दिखाइए , हम आपने नहीं देखा हमारे बुजुर्गों ने देखा मंज़र _ सोच बदलिए मा read more >>
दो घूंट पीते रहे जा_ जा कर मैखाने में , डूबे रहे सुबह_ शाम साकी और पैमाने में , जमा न कर पाई नन्हीं पाई उम्र भर मैने__ सारी जिदंगी गुजार दी च read more >>
तुम आओ या न आओ मेरे पास कोई मलाल नहीं है , मेरा समझौता कराने वाला कोई दलाल नहीं है , मैं खुद ही काट लूंगा अपनी बची जिंदगानी को__ मेरा तुमसे read more >>
तू मेरी नजरों से दूर मत जाना , चाहे जो कुछ कहे उल्टा _ सीधा ज़माना , मैंने तुझे टूट _ टूट कर चाहा है पगली__ मैंने तुझे सदियों से अपना ही माना read more >>
Join Us: