मोती लाल साहु 30 Mar 2023 आलेख समाजिक अंतःकरण की गहराई में कोई तो रहता है,हमसफ़र-मेरा मंजिल-मेरा प्राणपति ? 85842 0 Hindi :: हिंदी
अंतःकरण की गहराई में- कोई तो रहता है ? ये-रिश्ता क्या तालुकात है, लोग कहते हैं आत्मा है- जीवन है-प्राण है। हर नाता से अलग, हमसफ़र मेरा मंजिल- मेरा प्राणपति।। अंतःकरण की गहराई में- कोई तो रहता है ? -मोती