"ये नैना-
बात करती हैं इशारों-इशारों में"!
"ये मैं डूबा हूं-
इन झील सी गहरी नैनों में"!
"ये दिन-रैन मेरे-
गुज़रते हैं ख्वाबों-ख्यालों में"! read more >>
पुरवईया चले-
मन में उठे तरंग,
नाचे मन मयूर-
तन में उठे तरंग,
का से कहूं सखी-
दिल पुकारे पिया-पिया,,
पिया परदेश-
दिल पुकारे पिया-पिया....!! read more >>