Shubham Kumar 30 Mar 2023 आलेख हास्य-व्यंग दिमाग का दही 30891 0 Hindi :: हिंदी
प्रेस मीडिया वाला( टुनटुन लाल) सवाल कर रहे हैं_ और बगल में बैठे हैं_ चुटिया धारी बंडू ब्राह्मण) उनसे आज चर्चा होगी" जातियां के विषय में_ और उनके कर्म के विषय में_ माइक पकड़ते हुए टुनटुन लाल( बंडू ब्राह्मण) आपसे दूसरा सवाल) पहले पहला पूछ लीजिए, अपनी चुटिया संभालते हुए, जी बात यह है कि_ आपके नजर में जातियां_ कितने प्रकार की होती हैं( देखे जातियां हमारे धर्म में चार हैं) उनमें से ब्राह्मण और छत्रिय) सर्वश्रेष्ठ है) वैश्य और शूद्र) वैसे तो वैश्य( निम्न श्रेणी में आता है) लेकिन शूद्र( सबसे छोटा: होता है) पंडित जी अपनी चुटिया हिलाते हुए-( मीडिया ) टुनटुन लाल_ दूसरा सवाल_ आप चमार जाति_ के विषय में क्या कहेंगे( देखिए चमार) जो जाती है) वह जूता सीने का कार्य करता है( तब आपके लिए हर लोगों को) हर जातियों को) पहले से कार्य फिट कर रखे हैं) आपसे तीसरा सवाल_( आपका पहले जमाने में आपके अनुसार( आज उनकी जनसंख्या( बहुत अधिक है) तो आपको क्या लगता है, वह जूता सीकर अपने जीवका चला सकते हैं( आपके अनुसार) शुद्र को शिक्षा का अधिकार भी नहीं( तो बताइए कहां जाएंगे) पंडित जी चुटिया हिलाते रहते हैं_( क्या इसमें आपकी कोई उत्तर नहीं) देखिए मैं मैं, तू तो( बताइए आप क्या कहना जनता से चाहते हैं) तू तू तारा) अबकी बार मीडिया टुनटुन लाल_ जी जमकर पकड़ा है_( एक सवाल आपसे और है) यह जो कुम्हार, जातियां हैं( आपको क्या लगता है) माटी के बर्तन बनाकर अपना संसार चला सकते हैं( यह जो लोहार जाति है उनका व्यवसाय( अच्छा चल रहा है) आपको लाख-लाख धन्यवाद) आप इस विषय में कोई प्रतिक्रिया दें_( आखरी सवाल) एकलव्य को) शिक्षा क्यों नहीं दिया गया( क्योंकि वह शूद्र थे ( देखिए हमारे संस्कृति में ब्रह्मणवादी विचार तो है) इस बात को आप मानते हैं कि नहीं मानते हैं_ पंडित जी___ जी बिल्कुल( तो हम इस तरह की) भावना को_ लतियाते है( इस पर आपको क्या कहना है) देखिए आज शिक्षा सबको चाहिए, हम राम के_ विचारधारा_ को लेकर चलते हैं_ उन्होंने शबरी के_ झूठे_ बेर खाए_( जनता से अपील करता हूं) यह सब_ नौटंकी जो है( आप लोग जैसे_ चुटिया धारी ने फैलाएं_ इस बात को आप मानते हैं कि नहीं_ जी मानते हैं_ एक सवाल आपसे रहा_ कुछ राजा ऐसे थे_ जो शुद्र की बेटियां_ की तरफ देखना_ अजीब नहीं समझते थे_ तब राजा शंतानु ने भी, योजनगंधा से_ शादियां की थी_ मतलब पहले भी_ दूसरे जातियों में_ भी शादी हो सकते थे_ तो अभी दूसरे जातियां से शादी करने पर( कैसा रोक)_ अब हमें संदेह होता है_ की कुछ कहानियां( आप लोगों के द्वारा) तैयार की गई है_
Mujhe likhna Achcha lagta hai, Har Sahitya live per Ham Kuchh Rachna, prakashit kar rahe hain, pah...