Disha Shah 30 Mar 2023 आलेख अन्य 62069 0 Hindi :: हिंदी
एक तरफ है कामयाब लोग और एक तरफ है ना कामयाब लोग . कामयाब लोग ज़िन्दगी में जो भी करना चाहते है वो कर ही लेते है अपनी मेहनत ,से . कामयाब लोग के पास सब से बड़ी संपत्ति उसका अनुभव , उसका तजुर्बा होता है . कभी भी अपने सपनो को गिवअप नहीं किया होता है . कामयाब लोग अपने फैसले से ज़िन्दगी में आगे बढ़ते है . कामयाब लोग की ज़िन्दगी में बोहोत सारी तकलीफे , दिक्कते सब कुछ आती है ,वो उन सब ही चुन्नोतीओ को स्वीकार के ज़िन्दगी में आगे बढ़ते है . कामयाब लोग सिर्फ सकरात्मकता सोच को ही अपनाते है और उसी सकरात्मकता सोच से उसकी मुलाकात कामयाबी से होती है . कामयाब लोग के पास बहाना कुछ भी नहीं होता है उसके पास सिर्फ अवसर होते है . उस अवसर के सहारे वो ज़िन्दगी में आगे बढ़ते है . और बात होती है नाकामयाब लोगो की तो उसके नाकामयाब होने की वजह सिर्फ उसकी नकरात्मकता सोच ही होती है ,क्यों की नकरात्मकता सोच ही इंसान को आगे बढ़ने में रोकती है .और इसी से ही आत्मविश्वास और धैर्य की गति कम होने लगती है वो करना तो बोहोत चाहते है ,लेकिन कर नहीं पाते है . नाकामयाब लोग के पास कोई अवसर भी आते है तो उसमें भी अपनी नकरात्मकता सोच के सहारे वो अवसर को ठुकरा देते है इसलिए ज़िन्दगी में कामयाब बनना है तो तमाम नकरात्मकता सोच को हटा देना चाहिए और सकरात्मकता सोच को अपनाना चाहिए जिससे ही कोई भी लोग ना कामयाब ना हो ससके ओर जो भी वो करना चाहते है ,वो आसानी से वो कर सके .