Roobi sharma 30 Mar 2023 आलेख समाजिक मां की ममता प्यार भरा दिल 22065 0 Hindi :: हिंदी
एक मां के दो बेटे थे मां अपने बच्चों से बहुत प्रेम करती थी वह अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर डॉक्टर और आईपीएस बनाना चाहती थी वह मां अपने बच्चों को अच्छे संस्कार और अच्छी सीख देती थी अपने बच्चों को सिखाते थी की गरीब लोगों की सहायता करनी चाहिए सुख दुख में दूसरों का साथ देना चाहिए अपने बच्चों से बोलती थी बेटा बड़े होकर तुझे डॉक्टर बनना है डॉक्टर बनकर तुझे गरीब लोगों का इलाज फ्री में करना है क्योंकि इस दुनिया में बहुत लोग पैसे वाले हैं पर वह लोग मदद किसी की नहीं करते तुझे बड़ा होकर भी घमंड नहीं करना है अहंकार नहीं करना है सच्चाई के रास्ते पर चलना है और सुख दुख में दूसरों का साथ देना है अपने बच्चों को रोज नए-नए तजुर्बे की सीख देती थी एक दिन ऐसा आया कि उसके दोनों बच्चे मोबाइल में और खेल में बिजी रहने लगे वह मां अपने मन में रोने लगी बच्चों को समझाती थी पर बच्चे नहीं समझते थे वह मां चाहती थी कि मेरे बच्चे मेरी हर एक बात माने मेरे बच्चे जिस भी गली से गुजरे मेरे बच्चों को देखकर कोई बैठा ना रहे मेरे बेटे को देखकर लोग खड़े हो जाएं मेरा बेटा हर एक गरीब लोग का साथ दे उनकी मदद करें पर बच्चे ना समझ सके एक दिन ऐसा आया कि उसकी मां ने परेशान होकर खुदकुशी कर ली उसके बाद जब बच्चे अनाथ हो गए तब बच्चों को एहसास हुआ कि मैं काश अपनी मां की बात मान लेता और मां का सपना पूरा करता पर मैं फिर भी आप अपनी मां का सपना पूरा करूंगा इस आलेख से मुझे यही सीख मिलती है कि हर बेटी को अपने मां-बाप के जिंदा रहते हैं अपने मां-बाप की आज्ञा का पालन करना चाहिए अपने माता पिता को समझना चाहिए उन्हें कभी भी निराश नहीं करना चाहिए क्योंकि मां की दुआ ही काम आती है जय श्री राधे