Rameez Raja 13 Feb 2024 कविताएँ समाजिक स्त्री करूं नमन सदा 5069 0 Hindi :: हिंदी
स्त्री करूं तुझें मैं नमन, लाए तू सबके जीवन में अमन। मां बनकर जन्म दिया है तूने , बहन बन दिया वह पुनीत प्रेम बचपन का, आगे बढ़ा जीवन, तो साथ देने बनकर आगाई अर्धांगिनी बनकर । अध्यापिका बन किया मार्गदर्शन, प्रशस्त किया भविष्य मेरा , दिया ज्ञान सदा हमेशा। दादी बनकर कहानी सुनाया करती, भरती कल्पना की नई उड़ान । अंबा बन कर किया सभी दैत्य रूपी मनुज का संहार, नारी तुझे मैं क्या कहूं ? है तू सृष्टि की श्रेष्ठ रचना । कभी बहन बनकर लाड़ प्यार या वार करें या करे शैतानी, दे साथ हमेशा सभी उतार चढ़ावों के संघर्षमय जीवन में पत्नी बनकर । स्त्री, महान है तेरा अस्तित्व सदा, रहेगा अमर यह हमेशा सदा ! रहेगा यह अमर हमेशा सदा !