Uma mittal 30 Mar 2023 आलेख धार्मिक श्री कृष्ण जन्माष्टमी 94328 1 5 Hindi :: हिंदी
श्री कृष्ण जी के मंदिर जाएंगे|| कन्हैया का जन्मदिन मनाएंगे|| श्री कृष्ण भगवान का जन्म मथुरा में भाद्रपद में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में रात्रि के 12:00 बजे हुआ था| श्री कृष्ण भगवान जी इतने सुंदर मनमोहक है कि सारी दुनिया उन पर मोहित हो जाती थी !छोटे होते ही उन्होंने बहुत सारे राक्षसों का वध किया और कंस को मारकर अपने माता पिता और अपने नाना जी को कारागार से निकलवाया| जब शिक्षा लेने भगवान कृष्ण जी अपने दाऊ भैया बलराम जी के साथ उज्जैन संदीपन मुनि आश्रम में गए तो उन्होंने 64 कलाएं 64 दिनों में सीख कर अपने गुरु को भी आश्चर्यचकित कर दिया और गुरु माता को तो उन्होंने उनका खोया हुआ पुत्र लाकर दिया जो कि असंभव कार्य था| जिससे गुरु माता और उनके गुरु दोनों गदगद हो गए| मथुरा श्री कृष्ण भगवान की जन्म भूमि को कोटि-कोटि नमन है| भगवान श्री कृष्ण के बारे में जितना भी लिखा जाए कम है| उनके जन्मदिन पर भक्त न जाने कब से मतवाले होते हैं उन को रिझाने के लिए भक्त मंदिरों में जाकर खूब नाचते गाते हैं| कहीं दही हांडी तो कहीं उनके मनपसंद पकवान बनाए जाते हैं| उनका प्रिय दही मक्खन मिश्री धनिया पेड़ा खूब बांटा जाता है| मोर पंख बांसुरी मुकुट गुब्बारे टॉफी चॉकलेट लोग गिफ्ट रूप में उनके लिए लाते हैं तुलसी जी के बिना भगवान कृष्ण का भोग अधूरा है| बच्चे भी जन्माष्टमी पर बहुत उत्साहित होते हैं और श्री कृष्ण भगवान की ड्रेस पहन कर स्वांग रचाते हैं| लड़कियां भी राधारानी बनती हैं| जगह-जगह खूब सजावट होती है| भगवान कृष्ण की इतनी सुंदर बचपन की लीलाएं हैं कि बस देखते सुनते मन विभोर हो जाता है| सच तो यह है कि श्री कृष्ण भगवान जी के करोड़ों अरबों भक्त हैं पर श्री कृष्ण जी न जाने कैसे सभी को देख रहे हो सभी की इच्छा पूरी कर देते हैं| दर्शन से मन झूम जाता है| जय श्री राधे कृष्णा जी| श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं|| पाप धरती पर जब बड़ा| श्री कृष्ण ने लिया अवतार|| देखते ही देखते|| सब दुष्टों का किया संघार|| कृपा भक्तों पर ऐसी करी| हो गए भक्त निहाल| ऐसा किया उद्धार भक्तों का| सब हो गए मालामाल|| उमा मित्तल राजपुरा टाउन( पंजाब)