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श्री शनि देव जी न्यायाधीश

Uma mittal 30 Mar 2023 आलेख धार्मिक श्री शनि देव भगवान 29259 2 5 Hindi :: हिंदी

आज के मशीनी युग में मानव इतना व्यस्त है कि अपने व्यस्त जीवन में ना तो व्रत रख सकता है और ना ही लंबे समय तक पूजा उपासना कर सकता है परंतु यदि कलयुग के में श्री शनि देव भगवान की श्रद्धा और सच्चे दिल से पूजा और स्तुति की जाए ,तो यह बहुत जल्द भक्तों की पुकार सुनते हैं और इच्छा अनुसार वरदान भी दे देते हैं |
सूर्य देव शनि देव के पिता है जो पूरे संसार को रोशनी देते हैं |उनकी माता का नाम छाया है जो इन पर जान न्योछावर करती थी |इनके आराध्य श्री कृष्ण भगवान हैं और इनके गुरु, भगवान शिवजी हैं |इनके वाहन गिद्ध ,सिंह , भैंसा, हाथी, गदर्भ ( गधा ),स्वान और मृग है, इस प्रकार इनके सातवाहन है |
पुराणों में एक कथा मिलती है कि महाराज दशरथ (भगवान श्री राम के पिता जी )के राज्य काल अयोध्या में उनके ज्योतिषियों ने बताया की शनिदेव रोहिणी नक्षत्र का भेदन करने वाले हैं ,जिस से 12 साल तक उनके राज्य में अकाल पड़ जाएगा और प्रजा का जीवित रहना असंभव हो जाएगा तो महाराज दशरथ जी अपना दिव्य रथ लेकर आकाश मार्ग से शनि देव महाराज के पास पहुंचे और शनिदेव की विभिन्न प्रकार से स्तुति की और कहा कि ” हे शनिदेव ! प्रजा के कल्याण हेतु आप रोहिणी नक्षत्र का भेदन ना करें “|शनि देव महाराज ने प्रसन्न होकर उन्हें तथास्तु कहा और उनके साथ ही एक और वरदान देते हुए यह भी कहा कि “जो व्यक्ति आप द्वारा सुनाए गए स्त्रोत से मेरी स्तुति करेंगे ,उन पर मेरा अशुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा “| जो ‘दशरथ कृत मूल शनि ‘स्त्रोत के नाम से प्रसिद्ध है |
इस प्रकार जो भी मनुष्य दशरथ कृत मूल शनि स्त्रोत से स्तुति करता है, सुनता है , उसके सभी कष्ट शनिदेव की कृपा दूर हो जाते हैं |परंतु संसार में कुछ लोग शनिदेव को क्रोधी स्वभाव का समझते हैं जबकि उन्हें यह नहीं पता कि जब वह दया दिखाते हैं ,तो इंसान को मालामाल कर देते हैं |स्वयं भगवान शिव जी ने शनि देव जी को तीनों लोकों का न्यायाधीश बनाया है | जो जीव जानबूझ कर अत्याचार , भ्रष्टाचार को आश्रय देते हैं और क्रूर व बुरे कर्म से दूसरे को रुलाते हैं ,कटु वचन बोलते हैं ,भाई बंधु का धन छीन लेते हैं या उनका हिस्सा मार लेते हैं, किसी का उपहास उड़ाते हुए हंसते हैं या चोरी करते हैं , उनको शनि देव जी, उनके साढ़ेसती या ढैया काल में दंड देते है | जैसा कार्य न्यायालय में एक जज करता है , वही कार्य शनि देव पूरे संसार के लिए करते हैं |
एक छोटी सी घटना याद आती है ,तब मैं लगभग 8 साल की थी |अपनी कुछ सहेलियों के साथ नलके पर पानी पी रही थी तभी एक पुलिस वाला वहां आ गया |हम सभी सहेलियां भागने लगी | पुलिस वाले ने हमें रोक कर भागने का कारण पूछा तो हम ने बताया कि ” आप पकड़ कर सभी को मारते हैं “|इस पर पुलिस वाले ने खुद नलका चलाते हुए हमें पानी पिलाया और बोला ” बच्चों ! हम चोर को या गलत लोगों को ही पकड़ते हैं ,सभी को नहीं “|
उसी प्रकार हमारे शनिदेव जी भी सिर्फ बुरे लोगों को ही पकड़ते हैं , सभी को नहीं और हमारे शनिदेव जी तो पुलिस भी नहीं , जज अर्थात न्यायाधीश है वह भी पूरे संसार के और भगवान शनिदेव जी अच्छे कर्म करने वालों पर अपनी कृपा भी बरसाते हैं और मुंह मांगा वरदान भी देते हैं |
ना यकीन हो तो सभी उनकी पूजा करके देख सकते हैं कि कितनी जल्दी शनि देव महाराज भक्तों की सारी परेशानियां दूर करते हैं ,जो मैंने हमेशा महसूस किया है |
शनि देव महाराज को प्रसन्न करने का मंत्र है:-
1. ऊँ शं शनिश्चराय नमः
2. ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।
इनको सरसों का तेल , गुड ,चना, उड़द की खिचड़ी पसंद है |
शनि देव महाराज की जितनी तारीफ की जाए , कम होगी | अगर हम उनकी प्रशंसा करे तो शब्द भी कम पड़ जाते हैं |
अगर आप कभी शनि शिंगणापुर महाराष्ट्र में जाए, तो आपको देखकर बड़ा आश्चर्य होगा कि वहां किसी के घर में कोई दरवाजा नहीं है ,और ना ही कोई ताला |यहां तक की वहां के बैंकों में भी कोई दरवाजा ,ताला नहीं है | वह हमेशा खुले रहते हैं |वहां पर दरवाजे नहीं लगाए हैं |
मैं स्वयं वहां पर जा कर आई हूं |लोगों का मानना है कि वहां पर कभी चोरी नहीं हो सकती और चोरों ने खुद स्वीकारा है कि कोई भी चोर चोरी करके उस स्थान से बाहर नहीं जा सकता क्योंकि वह अंधा हो जाता है | शनिदेव वहां खुद विराजमान हैं और लोगों की रक्षा करते हैं |
वैसे तो हर क्षेत्र में श्री शनि देव जी के मंदिर होते है परन्तु इनके विशेष दर्शन स्थल हैं जहाँ का विशेष महत्व है :-
1. शनि शिंगणापुर महाराष्ट्र |
2. ग्वालियर शनि देव मंदिर |
3. कोकिलावन वृंदावन शनि देव मंदिर |
Jai shani dev ji my lord.
उमा मित्तल
राजपुरा टाउन(पंजाब)



Comments & Reviews

Uma mittal
Uma mittal Beautiful article

1 year ago

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Uma mittal
Uma mittal Jai shani dev ji my Lord.

1 year ago

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